रायपुर। 07 जुलाई, 2019 कॅान्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमर पारवानी, प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष मगेलाल मालू , प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष विक्रम सिंह देव, प्रदेश महामंत्री जितेन्द्र दोशी, प्रदेश कार्यकारी महामंत्री परमानन्द जैन, प्रदेश कोषाध्यक्ष अजय अग्रवाल, एवं प्रवक्ता राजकुमार राठी ने बताया कि कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मोनेटरी अथॉरिटी ऑफ़ सिंगापुर के निमंत्रण पर कॉन्फ़ेडरेशन ऑफ़ आल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के एक प्रतिनिधिमंडल ने पिछले हफ्ते सिंगापुर का दौरा किया और श्री एस ईश्वरन, सूचना और संचार मंत्री, सिंगापुर सरकार और अन्य सरकारी विभागों के साथ दोनों देशों के बीच व्यापार को और अधिक बढ़ावा देने पर चर्चा की ।
कैट प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर के बिज़नेस फेडरेशन और चैम्बर्स के साथ भी मीटिंग की और तय किया की दोनों देशों के व्यापारियों के लिए एक इंडो-सिंगापुर बिजनेस कॉरिडोर बनाया जाए और भारत के 7 करोड़ व्यापारियों को सिंगापुर सरकार के बिजनेस सेन्स बॉर्डर्स प्रोग्राम के तहत साझेदारी करते हुए डिजिटल तकनीक से जोड़ा जाए । बिज़नेस सेंस बॉर्डर प्रोग्राम की घोषणा गत वर्ष सिंगापुर फिनटेक फेस्टिवल में की गई थी जिसे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी संबोधित किया था ।
कैट प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कैट के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल ने किये जिसमें कैट के वरिष्ठ अधिकारी श्री बृजमोहन अग्रवाल, श्री अमर परवानी, श्री भूपेंद्र जैन और श्री महेंद्र शाह शामिल थे। श्री रवि अरोड़ा, कार्यकारी निदेशक, मास्टरकार्ड एवं श्री समीर वकिल सीईओ ग्लोबल लिंकर्स भी कैट प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे।
प्रतिनिधिमंडल ने मोनेटरी अथॉरिटी ऑफ़ सिंगापुर (एम् ए एस) के मुख्य फिनटेक अधिकारी श्री सोपनेंदु मोहंती, इन्फोकॉम मीडिया डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ़ सिंगापुर (आईएमडीए) के वरिष्ठ अधिकारियों, सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त श्री जावेद अशरफ , सिंगापुर बिजनेस फेडरेशन और सिंगापुर भारत चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के साथ कैट प्रतिनिधिमंडल ने अनेक बैठकें की और सॉफ्टवयेर में विश्व की प्रसिद्द कंपनी सैप और मास्टरकार्ड की इनोवेशन लैब का भी दौरा किया, जो बिजनेस सेन्स बॉर्डर्स प्रोग्राम में सिंगापुर सरकार के पार्टनर हैं।
कैट ने कहा कि सिंगापुर में कैट प्रतिनिधिमंडल की यात्रा उल्लेखनीय थी क्योंकि प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय व्यापार में एक नई क्रांति लाने और सिंगापुर के व्यापार डिजिटलीकरण कार्यक्रमों को बेहतर ढंग से समझने का अच्छा अवसर प्राप्त किया। भारतीय व्यापार के उन्नयन और आधुनिकीकरण पर हुए चर्चा के निष्कर्ष के रूप में तय किया गया की एक संयुक्त कार्यक्रम के तहत दोनों देशों के व्यापारियों के बीच व्यापार को बढ़ावा देने के लिए एक इंडो सिंगापुर बिज़नेस कॉरिडोर बनाया जायेगा और मास्टरकार्ड एवं ग्लोबल लिंकर्स के सहयोग से सिंगापुर सरकार के बिज़नेस सेंस बॉर्डर कार्यक्रम में कैट साझेदारी करते हुए भारत के 7 करोड़ व्यापारियों का डिजिटल सशक्तिकरण करेगा जिससे भारत का घरेलु व्यापार आधुनिक एवं उन्नत हो सके और विश्व व्यापार में अपनी पैठ जमा सके ।
कैट ने बताया की बिजनेस सेन्स बॉर्डर्स प्रोग्राम वैश्विक मांग आपूर्ति एकत्रीकरण और क्रॉस इकोसिस्टम व्यापार सुविधा के लिए एक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एक प्रोग्राम होगा जिसमें दुनिया के विभिन्न देशों के व्यापार को एक ग्लोबल प्लेटफार्म से जोड़ा जा सकेगा । उन्होंने यह भी बताया कि बिजनेस सेन्स बॉर्डर्स में भारत केव्यापारियों की भागीदारी के लिए कैट ने मास्टरकार्ड और ग्लोबल लिंकर्स के साथ एक त्रिपक्षीय समझौता किया है, जिसमें देश भर में 7 करोड़ व्यापारियों को डिजिटल रूप से तैयार करने के लिए आवश्यक आधार तैयार करने एवं तकनीक को विकसित कर उसे भारत में लागू करने की प्रक्रिया होगी ।
कैट प्रतिनिधिमंडल ने सिंगापुर बिजनेस फेडरेशन ( सिंगापुर के सर्वोच्च व्यापार महासंघ) और सिंगापुर इंडिया चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठकों की श्रृंखला भी आयोजित की और दोनों संस्थानों ने कैट के साथ एक संयुक्त समझ और कार्यक्रमों की जरूरत को महसूस किया जिसके फलस्वरूप भारतीय व्यापारियों के डिजिटलीकरण और अंतर्राष्ट्रीयकरण की सुविधा के लिए जल्द ही कैट दोनों संगठनों के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करेगा जिसके अंतर्गत भारत सिंगापुर डिजिटाइज्ड ट्रेड कॉरिडोर के लिए मजबूत आधारशिला रखी जा सके।
सिंगापुर ने कैट को सभी कार्यक्रमों में समर्थन और सहयोग का आश्वासन दिया है। सिंगापुर के संचार और सूचना मंत्री श्री एस ईश्वरन ने भारतीय व्यापारिक समुदाय के अपने डिजिटलीकरण के प्रयासों और व्यापार सेन्स बॉर्डर पायलट कार्यक्रम में भागीदारी में कैट की भूमिका को बड़ा बताते हुए सराहना की है । कैट ने कहा कि यह यात्रा है, ऐतिहासिक है जो भारत के व्यापार को पूरी तरह डिजिटल रूप में बदलने में बड़ी भूमिका निभाएगी और विश्व स्तर पर एसएम्ई व्यापार प्रतिनिधियों के एक वैश्विक व्यापार महासंघ के निर्माण की नींव भी रखेगी जिसका नेतृत्व कैट करेगा।
सिंगापुर में भारतीय उच्चायुक्त श्री जावेद अशरफ़ ने प्रतिनिधिमंडल से बात करते हुए कहा कि वह कैट के विज़न और नेतृत्व से बहुत प्रभावित और उत्साहित हैं। उन्होंने एशियान बाज़ार के साथ भारत के व्यापारियों के डिजिटल कनेक्टिविटी के लिए कैट के साथ सहयोग करने का आश्वासन दिया । मोनेटरी अथॉरिटी ऑफ़ सिंगापुर के मुख्य फिनटेक अफसर श्री सोपनेंदु मोहंती ने कहा देश और दुनिया में व्यवसाय के स्वरुप को बदलने एवं बढ़ाने के लिए बहुत ही निर्णायक और प्रगतिशील तरीके से काम करने में कैट टीम के प्रगतिशील रवैये से न केवल भारत में बल्कि अन्य देशों में भी भारतीय उत्पाद अपने पैर जमा सकते हैं।
मास्टरकार्ड के ग्लोबल पॉलिसी अफेयर्स एंड कम्युनिटी रिलेशंस के कार्यकारी निदेशक रवि अरोरा ने कहा की भारत में व्यापारियों द्वारा भुगतान को डिजिटल बनाने में मास्टरकार्ड कैट के साथ लगभग पांच वर्षों से काम कर रहा है। भारतीय व्यापारियों के व्यवसायों को डिजिटल बनाना मास्टरकार्ड की प्राथमिकता में है जो हमारी वैश्विक प्रतिबद्धता का एक बड़ा हिस्सा है। मास्टरकार्ड ने भारत में डिजिटिलीकरण के लिए एक अरब डॉलर के निवेश की हाल ही में घोषणा की है। ग्लोबल लिंकर्स के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री समीर वकिल ने कहा की दुनिया भर में व्यापार के बदलते स्वरुप और तकनीक के अधिक उपयोग को देखते हुए भारत के व्यापारियों को भी डिजिटल तकनीक से जोड़ना और उनके लिए एक मजबूत ई कॉमर्स प्लेटफार्म प्रदान करना बहुत आवश्यक है और इसीलिए सिंगापुर सरकात के बिज़नेस सेंस बॉर्डर कार्यक्रम के तहत हम भारत के व्यापारियों को दुनिया के अन्य देशों के व्यापारियों के साथ डिजिटल प्लेटफार्म पर जोड़ेंगे।