भोपाल। आगामी साल 2023 में मध्य प्रदेश राज्य में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। जिसे लेकर सभी पार्टियां चुनावी मैदान में पूरे दमखम के साथ जुट गई हैं। इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और भाजपा के बीच सीधी टक्कर देखी जा रही है। ऐसा इसलिए भी कहा जा सकता क्योंकि अगर हम प्रदेश में हुए पिछले विधानसभा चुनाव की बात करें तो सत्ता पर दो ही पार्टियां भाजपा और कांग्रेस काबिज हो पाई हैं। इसीलिए इस बार भी ये कयास लगाए जा रहे हैं कि भाजपा या कांग्रेस में से कोई एक पार्टी इस विधानसभा चुनाव में बाजी मारेगी।
हालांकि, आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय पार्टी बनने के बाद मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में अपने प्रत्याशी उतारने की उम्मीद जताई जा रही है। अब आने वाला व्यक्त ये बताएगा कि आप इस विधानसभा चुनाव में कितनी सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारेगी। खैर ये सभी बाद की बातें हैं। इस समय चर्चा का मुद्दा है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव पर कैसे असर डालेगी और इसकी वजह क्या हो सकती है।
राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा
बीते सितंबर काँग्रेस के शीर्ष नेतृत्व ने राहुल गांधी की अध्यक्षता में भारत जोड़ों यात्रा की शुरुआत की। 150 दिवसीय यह यात्रा कन्याकुमारी से श्रीनगर तक चलेगी। इस यात्रा का मुख्य उद्देश्य बेरोजगारी, राजनीतिक केन्द्रीकरण और मुख्य रूप से भय, कट्टरता की राजनीति और नफरत के खिलाफ लड़ना है। 7 सितंबर को यात्रा तमिलनाडु के कन्याकुमारी से शुरू हुई और ये देश के 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों को कवर करते हुए कश्मीर के श्रीनगर में 2023 की शुरुआत में खत्म होगी।
बता दें कि यात्रा की शुरुआत से ही पक्ष-विपक्ष आमने-सामने हैं। कभी राहुल गांधी की टी-शर्ट की कीमत को लेकर तो कभी उनके जूतों की कीमत को लेकर राजनीति होती रही है। हालांकि राहुल गांधी की ओर से इसे लेकर कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी गई। आपको बताया दें कि हाल ही में राहुल गांधी की भारत जोड़ों यात्रा ने 100 दिन पूरे किए हैं। जिसके बाद से पार्टी कार्यकर्ताओं का उत्साह सातवें आसमान पर है। लेकिन इस यात्रा का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव पर क्या असर होगा विस्तार से समझिए ।
एमपी विधानसभा चुनाव पर भारत जोड़ो यात्रा का असर
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा 12 दिनों के लिए मध्य प्रदेश में रही। इस दौरान यात्रा को काफी प्यार मिला। कांग्रेस ने भारत जोड़ों यात्रा के माध्यम से आगामी विधानसभा चुनाव के लिए राज्य के लोगों को साधने की भरपूर कोशिश की। यात्रा की शुरुआत से ही कांग्रेस ये दावा कर रही है कि पार्टी सभी धर्म-संप्रदाय को साथ लेकर चलती है। जिसका उद्धारण हमें मध्य प्रदेश में भी देखने को मिला। जहां एक तरफ राहुल गांधी ने एसीएटी समुदाय के लोगों से मुलाकात कर उनका हाल जाना, तो वहीं दूसरी ओर महाकाल की नागरी का रुख कर लोगों का दिल जीता। राज्य में यात्रा को मिले जनसमर्थन को देख कर ये लग रहा है कि थोड़े ही सही पर कांग्रेस की झोली में वोट बढ़ेंगे।
मध्य प्रदेश में यात्रा को मिले समर्थन के बाद से कांग्रेस राज्य की शिवराज सरकार पर लगातार हमलावर है। कांग्रेस ये भी आरोप लगा रही है कि भाजपा हिन्दू और मुस्लिम की राजनीति करती है। बीजेपी चाहती है कि दोनों संप्रदाय आपस में भिड़ें। वहीं कांग्रेस इनसब से परे है। उसका उद्देश्य सभी जाति-धर्मों को साथ लेकर चलना है। और इसी विचारधारा के साथ पार्टी मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी में है।